पर्यावरण संरक्षण के संदेश साथ कांवड़ यात्रा सम्पन्न

पौधारोपण के संदेश के साथ निकली कांवड़ यात्रा
हिंदू सेवा परिषद् की भगवा कांवड़ यात्रा सम्पन्न
नगर भ्रमण कर दिया पौधारोपण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश 

कांवड़ शिव की आराधना का ही एक रूप है। इस यात्रा के जरिए जो शिव की आराधना कर लेता है, वह धन्य हो जाता है। कांवड़ का अर्थ है परात्पर शिव के साथ विहार। अर्थात ब्रह्म यानी परात्पर शिव, जो उनमें रमण करे, वह कांवड़िया।श्रावण मास भगवान भोलेनाथ का परम प्रिय मास है, जिसमें कांवड़ का जल अर्पित करने से पुण्य सहस्त्रों गुना बढ़ जाता है उक्त बातें हिंदू सेवा परिषद् जिलाध्यक्ष संतोष कछवाहा ने कहीं. इससे पूर्व हिंदू सेवा परिषद् के सदस्य रिपटा धाम में एकत्र हो पूरे विधि विधान से मां नर्मदा एवं गंगा जल का पूजन कर कांवड़ में जल भरे स्वामी ने भगवा ध्वज दिखाकर यात्रा को प्रस्थान कराया. सभी कांवड़िये एक ओर नर्मदे हर, बोल बम, ओम नमः शिवाय, जय श्रीराम के जयकारे लगा रहे थे तो दूसरी ओर हाथों में तख्ती जिसमें, पौधे लगाओ, देश बचाओ, नर्मदा जल को प्रदूषित होने से बचायें, रक्तदान महादान, बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, जल संरक्षण ही कल का संरक्षण है आदि नारे लिखे हुए थे. रख कर सामाजिक संदेश दे रहे रहे थे जिससे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाया जा सके. यात्रा का जगह जगह स्वागत किया गया भगवान के भक्तिमय गानों में झूमते हुए कांवड़ यात्रा बड़ी खैरी स्थित सिध्द टेकरी पहुंची जहां स्थापित भगवान भोलेनाथ का पूजन उपरांत नर्मदाजल व गंगाजल से अभिषेक किया गया और सुख समृद्धि की कामना की कई गई अंत में पौधारोपण कर यात्रा का समापन किया गया.यात्रा में स्वामी शारदा आत्मानंद जी महाराज, स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज,बाल विदुषी राखीगिरी गोस्वामी, अजय शर्मा, जिला प्रभारी धर्मेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष संतोष कछवाहा, महासचिव दुर्गेश ठाकुर, सुनील मिश्रा, बब्बल इन्द्रेश खरया,मठ मंदिर संरक्षण प्रमुख, आनंद अवधवाल, राजा श्रीवास, नंदलाल भांवरे, राकेश पाटिल, पवित्र भांवरे, अनुराग बाजपेयी, प्रगल्भ तिवारी, राहुल श्रीवास, रामकिशोर रजक, यवन भांवरे,राजाराम, अंकित बैरागी. नारायण झारिया सहित सैकड़ों सदस्य उपस्थित रहे.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here