आदिवासी महोत्सव का आयोजन एक श्रेष्ठ परंपरा की नींव डालना – फग्गन सिंह कुलस्ते

 महोत्सव में जिले के नागरिकों का अनुकरणीय सहयोग मिला

भारत के इतिहास में गोंड राजाओं का समृद्धशाली शासन अपनी संस्कृति धर्म और बावन गढ़ की रियासत की प्रजा की रक्षा और उनकी समृद्धि के साथ देश के स्वाधीनता संग्राम की रण भूमि का जीवंत इतिहास है , वीरांगना रानी दुर्गावती राजा शंकर शाह रघुनाथ शाह के बलिदान की गाथा  इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है रामनगर महान गोंड राजाओं की पावन भूमि है यह पुण्य और वीर भूमि हमें हमेशा प्रेरणा देती है आज ऐसे स्थान पर आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया जाना एक श्रेष्ठ परंपरा की नींव डालना है उक्त आशय के उद्गार मंडला सांसद केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आदिवासी महोत्सव के दो दिवसीय आयोजन के समापन मैं व्यक्त किया उन्होंने कहा किया आयोजन किसी व्यक्ति या राजनीतिक दल का नहीं यह समाज का है इस तरह के आयोजन से हमें गोंड राजाओं का इतिहास पुरातत्व वैभव धर्म आस्था और संस्कृति से अवगत होने का अवसर मिलता है आदिवासी महोत्सव केवल उत्सव ही नहीं  हमें एक संदेश देता है अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करने का जिले के सभी राजनीतिक दलों को सिर्फ चुनाव तक प्रतिस्पर्धा रखना आवश्यक है समाज के नाम से होने वाली इन महोत्सव में राजनीति करना उचित नहीं है इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन स्थानीय प्रशासन पुलिस प्रशासन सभी सामाजिक संगठन मीडिया के साथी गण ने जो सहयोग दिया वह अविस्मरणीय रहेगा दो दिवसीय इस आयोजन मैं हमारी संस्कृति और विद्वान जनों ने जो विषय प्रस्तुत किए हैं साथी जनजाति युवा साथियों के भविष्य के लिए जिस विषयों को यहां प्रस्तुत किया गया है उसी केंद्र सरकार तक योजनाबद्ध तरीके से पहुंचा कर उसमें अमल लाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा आदिवासी संस्कृति और धरोहर यहां का शिल्प बोली भाषा खानपान देश और दुनिया तक पहुंचे यह भी आदिवासी महोत्सव का एक हिस्सा है आने वाले समय में और भी बेहतर आयोजन करने की कोशिश होगी और अपेक्षा समाज के सभी वर्गों से भी होगी कि वह इस कार्यक्रम को राजनीति से ऊपर उठकर देखें ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here