हो गया है तीन सप्ताह का लॉकडाउन
आओ,हम मंडलावासी भी घरों में
हो जायें डाउन
व्याप्त अंतर्राष्ट्रीय विपदा को
रोकने में बनें सहायक
हो जायें खुशी-खुशी घरों में बंद
चकाचक
यक़ीन मानें कि हमारी यही अदा
हर इक को भायेगी
हम सब को कोरोना की विपदा
से बचायेगी
जब शासन-प्रशासन सबका
यही है कहना
तो हम सब क्यों न पहनें
शांति से घरों में रहने का गहना ?
जब देश बंद है तो हम भी
सारे के सारे घरों में रहें
सुरक्षा की ओर बहें
समझ लें कि व्यर्थ घर से निकलने
का क्रम यदि हम रखते हैं ज़ारी
तो पड़ जायेगा भारी
पर यदि हम हैं सावधान
तो निश्चित ही हमें मिलेगा
बचाव का संधान
मैं समझा देता हूं आपको
कि इस बंद के दौरान यदि
आप अपने को नगर में घुमाओगे
तो तय है ख़ुद को पुलिस के डंडे से
पिटवाओगे
मॉर्निंग वॉक के समय यदि कोई भी बंदा
रपटा के एरिया में जाएगा
तो याद रहे बच्चू कि पुलिस फोर्स उस पर
डंडे बरसाएगा
और,यदि कोई आदमी
बस स्टैंड के एरिया में अपने आप को
घुमाएगा,तो यह तय है
कि वह खाकी वर्दी की मार का
पक्के तौर पर शिकार हो जाएगा
कानून कहता है कि नागरिको घरों में रहो
चिलमन चौक से दूरी बनाओ
नहीं मानते हो तो जाओ
और पुलिस के बेंत खाओ
वैसे यह बात आप जान लें,कि
सरकारी आदेशों का पालन करना
हम सबका धर्म है
कोरोना की वैश्विक विपदा से
निपटने का यही मंत्र है/यही मर्म है
आप जान लें कि यदि आप
इस बंद के दरमियान बड़ चौराहा गये
तो समझ लो कि सरकारी रक्षकों से
तगड़े पिटकर काम से गये
और पड़ाव एरिया में तो दोस्तो
न रखना भूले से भी कदम
नहीं तो कानून के रखवाले
भुला देंगे आपकी सारी हेकड़ी
निकाल देंगे दम
हम सब एक बात गांठ में
बांध लें कि हम सबको मिलकर
इस लॉकडाउन को सफल बनाना है
अपने को लालीपुर/बिंझिया/कटरा
ले जाकर बिलकुल भी पुलिस से नहीं पिटवाना है
और नदिया के उस पार तो
भूले से भी नहीं झांकना है
कानून की ताक़त को
खुले दिल से आंकना है
कबीर चौक/आज़ाद वार्ड/सीताराम वार्ड
राधाकृष्णन वार्ड/सुभाष वार्ड सहित
नगर के सभी इलाकों में सरकारी आदेश
निभाना है
कदापि भी घर से बाहर नहीं जाना है
रेडक्रॉस एरिया से लेकर पोस्टऑफिस
नेहरू स्मारक हर ओर
सुनसान आबाद करना है
फालतू में इन इलाकों में जाकर
कानून के रखवालों की लाठियों के आगे
अपने को पेश नहीं करना है
वैसे आप यह सब जान लें/मान लें
कि इस महामारी पर रोक के लिए
घोषित देशबंदी निभाना हमारा फर्ज़ है
इसे निभाने में बिलकुल भी नहीं हर्ज़ है
नहीं तो,हमें ज़ुर्माना तो भरने के साथ ही
गिरफ्तारी के शिकंजे में भी जकड़ना होगा
इसीलिए , घरों में रहें
व्यर्थ अकड़ना होगा ।
सबसे अपील/दरख़्वास्त/निवेदन/विनती/ प्रार्थना यही,कि भाईयो-बहनो तुम सब घरों में रहो,न बाहर निकलो,न दंड पाओ,न डंडे
पुलिस-प्रशासन का साथ निभाओ
और करोना दूर भगाओ
कुछ दिन बाद चैन पाओ
और खुशहाली लाओ ।
प्रो.शरद नारायण खरे
आज़ाद वार्ड,मंडला