’निरक्षरता से आजादी अभियान’ में महिलाएं बन रही साक्षर और सशक्त

1590 ने अक्षरज्ञान, 1208 ने गिनती और 295 ने सीखा बैकिंग परिचय

                              कलेक्टर हर्षिका सिंह के निर्देशन में महिला बाल विकास विभाग द्वारा जिले की सभी परियोजनाओं में महिलाओं को साक्षर करने और सामान्य बैकिंग से परिचय कराने के लिए निरक्षरता से आजादी अभियान संचालित किया गया है। इस अभियान में जिले की सभी 9 परियोजनाओं के आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गांव की सबसे पढ़ी-लिखी महिलाओं द्वारा निरक्षर महिलाओं को अक्षर ज्ञान दिया जा रहा है। इस अक्षर ज्ञान के अंतर्गत निरक्षर महिलाएं अपना नाम लिखना, गिनती करना तथा बैकिंग से संबंधित सामान्य जानकारी प्राप्त कर रही है। ’निरक्षरता से आजादी अभियान’ में गांव की पढ़ी-लिखी महिलाएं भी निरक्षर महिलाओं को पढ़ाने आगे आ रही हैं। इस अभियान में अब तक जिले की सभी परियोजनाओं में कुल 1362 साक्षर महिलाएं स्वेच्छा से पढ़ाने के लिए आगे आई हैं।

बिछिया परियोजना में 274 साक्षर महिलाओं ने अब तक 208 महिलाओं को उनका नाम लिखना सिखाया है। इसी प्रकार 213 महिलाएं गिनती करना सीखी हैं तथा 32 ने बैंक से संबंधित सामान्य जानकारी प्राप्त किया है। बीजाडांडी परियोजना में 34 साक्षर महिलाओं के माध्यम से अब तक 67 महिलाओं ने अपना नाम लिखना, 48 महिलाओं ने गिनती एवं 6 महिलाओं ने बैंक से संबंधित सामान्य जानकारी प्राप्त कर ली है। घुघरी परियोजना में 147 साक्षर महिलाओं के माध्यम से अब तक 142 महिलाओं ने अपना नाम लिखना, 108 महिलाओं ने गिनती एवं 14 महिलाओं ने बैंक से संबंधित सामान्य जानकारी प्राप्त की है। मवई परियोजना में 119 साक्षर महिलाओं के माध्यम से अब तक 117 महिलाओं ने अपना नाम लिखना, 79 महिलाओं ने गिनती एवं 16 महिलाओं ने बैंक से संबंधित सामान्य जानकारी प्राप्त किया है। नैनपुर परियोजना में 351 साक्षर महिलाओं ने अब तक 195 महिलाओं को अपना नाम लिखना, 132 महिलाओं को गिनती एवं 4 महिलाओं को बैंक कार्य सिखाया है। नारायणगंज परियोजना में 200 साक्षर महिलाओं के माध्यम से अब तक 245 महिलाओं ने अपना नाम लिखना, 209 महिलाओं ने गिनती एवं 117 महिलाओं ने बैंक से संबंधित जानकारी प्राप्त की है।

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