वार्षिक कैलेंडर भेंट कर एनपीएस की खामियों से अवगत कराया* ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डीके सिंगौर ने सांय काल अपनी टीम के साथ सिटी कोतवाली मंडला पहुंचकर बड़ी संख्या में उपस्थित पुलिस के जवानों और अधिकारियों को एसोसिएशन द्वारा तैयार किए गए 13 पृष्ठीय वार्षिक कैलेंडर का वितरण करते हुए उन्हें एनपीएस की विसंगतियों के बारे में अवगत कराया। शिक्षकों ने पुलिस के अधिकारियों व जवानों को बताया कि जिन पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति जनवरी 2005 के बाद हुई है, उनके लिए पुरानी पेंशन योजना के स्थान पर नेशनल पेंशन स्कीम लागू की गई है। यह स्कीम अंशदान पेंशन योजना के अंतर्गत आती है, जिसमें कर्मचारी और शासन के अंशदान से फंड निर्मित होता है, जिसे शेयर मार्केट के आधार पर रिटायरमेंट के लिए तैयार किया जाता है। शेयर मार्केट आधारित होने के कारण फंड की राशि अनिश्चित रहती है। रिटायरमेंट के समय इस जमा राशि का 60% सेवानिवृत्त कर्मचारी को भुगतान कर दिया जाता है और शेष 40% राशि किसी बीमा कंपनी के माध्यम से पेंशन के रूप में प्रदान की जाती है। यह पेंशन की राशि सेवानिवृत्ति के समय प्राप्त वेतन का लगभग 6-10% के बराबर होती है। यह पेंशन राशि जीवन भर निश्चित रहती है तथा महंगाई के साथ नहीं बढ़ती है। इसमें सेवानिवृत्त कर्मचारी के दिवंगत हो जाने पर परिवार पेंशन का भी कोई प्रावधान नहीं है। पेंशन फंड की जमा राशि जो कि टैक्सेबल होती है, सर्विस चार्ज काटकर नॉमिनी को लौटा दी जाती है। जबकि पुरानी पेंशन योजना में पेंशन सेवानिवृत्ति के समय के वेतन का लगभग 50% के बराबर होती हैं, जिस पर समय-समय पर महंगाई भत्ता भी जुड़ता है। सेवानिवृत्त कर्मचारी के दिवंगत होने पर आश्रित को परिवार पेंशन भी प्राप्त होती है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एनपीएस योजना को ध्यान में रखते हुए भविष्य की प्लानिंग करने का सुझाव दिया तथा बचत को बढ़ावा देने की बात की और पुरानी पेंशन बहाली की मुहिम में सहयोग करने की अपील की। साथ ही एनपीएस का अकाउंट चेक करने, पार्शियल विड्रोल करने, पासवर्ड रीसेट करने, मोबाइल नंबर अपडेट करने, डेथ केस के मामले में जमा राशि आहरण करने, पेंशन की कार्यवाही करने आदि की जानकारी दी और बताया कि कई जानकारियां कैलेंडर में उपलब्ध कराई गई है। बता दें कि एसोसिएशन ने अपने वार्षिक कैलेंडर के माध्यम से एसडीओपी अश्विनी सिंह, पुलिस कमिश्नर यशपाल राजपूत, सीईओ जिला पंचायत तन्वी हुड्डा, कलेक्टर हर्षिका सिंह आदि को कैलेंडर के माध्यम से एनपीएस योजना से अवगत करा चुका है। एसोसिएशन की टीम जिले के साथ ही ब्लाक, संकुल स्तर पर शिक्षकों के अलावा पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, वन विभाग ,पंचायत विभाग आदि के अधिकारियों व कर्मचारियों से मुलाकात कर कैलेंडर बांटकर एनपीएस के प्रति जागरूकता लाने का काम कर रहे हैं, ताकि एनपीएस से कवर्ड अधिकारी कर्मचारी अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग कर सकें, क्योंकि एनपीएस योजना में बनने वाली पेंशन इतनी कम है कि उससे कोई भी सेवानिवृत्त कर्मचारी आत्मनिर्भर जीवन व्यतीत नहीं कर सकता है। पुलिस के अधिकारी व जवान एसोसिएशन की इस मुहिम से उत्साहित दिखे व कई अधिकारियों ने कोरोना काल में एसोसिएशन द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा भी की ।इस अवसर पर प्रांत अध्यक्ष डीके सिंगौर के साथ एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष दिलीप मरावी, महिला विंग की वरिष्ठ अध्यक्ष सरिता सिंह, जिला सचिव संजीव दुबे, ब्लॉक अध्यक्ष सुनील नामदेव उपस्थित रहे।