प्राचीनकाल से ही ग्राम संगठित शक्ति का एक केन्द्र बिन्दु रहा है। प्रेम, सद्भाव, समरसता और सहकार ग्रामीण जीवन के मूलतत्व हैं। अपने खूबसूरत इतिहास, परंपराओं के कारण प्रत्येक गांव की एक विशिष्ट पहचान होती है। अपनी संस्कृति, धरोहर और विशिष्टताओं के प्रति गौरव की भावना को जागृत करने के उद्देश्य से शासन द्वारा ग्राम पंचायतों के प्रत्येक ग्राम में ग्राम ’’गौरव दिवस’’ मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। ग्राम गौरव दिवस नियत करने के लिए चरणबद्ध रूप से ग्राम सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 7 से 15 मार्च के मध्य द्वितीय चरण तथा 21 से 29 मार्च के मध्य तृतीय चरण की ग्रामसभाओं का आयोजन किया जाएगा।
इस संबंध में सीईओ जिला पंचायत रानी बाटड ने बताया कि द्वितीय चरण की ग्रामसभा में प्रथम चरण की ग्रामसभा से संकलित की गई जानकारी के आधार पर महत्वपूर्ण तिथियाँ तथा अन्य जानकारीवार कलेंडर निर्धारित कर संभावित कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। इसी प्रकार 21 से 29 मार्च के मध्य तृतीय चरण की ग्रामसभा में गौरव दिवस तिथि का निर्धारण करते हुए गौरव दिवस कार्यक्रम की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी।