प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास ने समस्त कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईाओं को ग्राम पंचायत पुरस्कार योजना के तहत निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देशों में कहा गया है कि पंचायत पदाधिकारियों के निर्विरोध निर्वाचन को प्रोत्साहित करने एवं सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने वाली पंचायतों को पुरस्कृत करने के लिए निम्नानुसार पंचायत पुरस्कार योजना लागू की जा रही है।
निर्विरोध निर्वाचन प्रोत्साहन ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं को पुरस्कार राशि रूपये 5.00 लाख, सरपंच पद हेतु वर्तमान निर्वाचन एवं पिछला निर्वाचन निरंतर निर्विरोध रूप से होने पर पुरस्कार राशि रूपये 7.00 लाख, ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच तथा सभी पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं को पुरस्कार राशि रूपये 7.00 लाख, ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच तथा सभी पंच महिला निर्वाचित हुए हैं को पुरस्कार राशि रूपये 12.00 लाख तथा पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन निर्विरोध रूप से हुए हैं को पुरस्कार राशि रूपये 15.00 लाख प्रदान की जाएगी।
वित्तीय प्रावधान
इस योजना में आने वाले व्यय लेखा शीर्ष (मांग संख्या – 74, मुख्य शीर्ष – 2515 उपशीर्ष – 196/197/198 योजना क्रमांक -8391- त्रि-स्तरीय पुरस्कार (आयोजनेतर) उद्देश्य शीर्ष – 42, वितरण शीर्ष -009) से विकलनीय होगा।
सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने वाली पंचायतों के लिये पुरस्कार योजना
विकास एक सतत् प्रक्रिया है। पंचायतों के सर्वांगीण विकास के मापदण्ड तय किये गये है। इन विकास लक्ष्यों की पूर्ति करने वाली पंचायतों को 4 श्रेणियों में पुरूस्कार दिये जायेंगे।
महिला एवं बाल हितैषी पंचायत –
. महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक उन्नयन की गतिविधियों को प्रोत्साहन।
. बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए सभी संसाधना से युक्त
ऑगनवाडियाँ।
ऽ कुपोषण से मुक्ति।
बेटियों और महिलाओं के कल्याण के लिए बनायी गयी योजनाओं का लाभ दिलाना।
जल परिपूर्ण पंचायत –
ऽ जल जीवन मिशन का अधिकतम उपयोग। , . जनभागीदारी से जल संरक्षण और संवर्द्धन। .
ऽ अमृत सरोवरों का निर्माण।
स्वच्छ, स्वस्थ एवं हरित पंचायत –
ऽ शत-प्रतिशत घरों में शौचालय की उपलब्धता।
ऽ ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन हेतु संचालित योजनाओं का शत-प्रतिशत
क्रियान्वयन।
ऽ पंचायतों को उर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों का अधिकतम उपयोग।
ऽ पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त करने के उपायों पर कार्य।
टीकाकरण।
ऽ नियमित स्वास्थ्य परीक्षण। . बीमारियों की रोकथाम।
ऽ नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य संबंधी उपाय।
ऽ आयुष्मान भारत योजना का लाभ हर पात्र व्यक्ति को।
आर्थिक रूप से आत्म निर्भर पंचायत –
ऽ नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए कराधान की मजबूत व्यवस्था।
ऽ जन सहयोग और कर संग्रहण से ग्रामीणों को सुविधा और सेवा प्रदान करना।
ऽ स्व-सहायता समूहों का कौशल उन्नयन एवं बैंक लिंकेज। . मनरेगा अंतर्गत स्थायी आजीविका।
ऽ हर पात्र परिवार को आवास, राशन, गैस आदि की सुविधा।
प्रत्येक वर्ग के लिए 3 पुरस्कार प्रदान किया जायेगा –
प्रथम पुरस्कार – रूपये 50.00 लाख
द्वितीय पुरस्कार – रूपये 25.00 लाख
तृतीय पुरस्कार – रूपये 15.00 लाख