जिला चिकित्सालय का कलेक्टर ने किया सघन निरीक्षण
कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने 10 अप्रैल के अपरान्ह में जिला चिकित्सालय का औचक एवं सघन निरीक्षण किया। लगभग 2 घंटे से ज्यादा चले इस निरीक्षण में कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय के लगभग प्रत्येक कक्ष एवं वार्ड की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्हांेने ओपीडी, औषधि कक्ष, सीटी स्केन कक्ष, ब्लडबैंक, लैब, डायलिसिस यूनिट, शिशु वार्ड, गर्भवती महिला वार्ड, शिशु गहन चिकित्सा वार्ड सहित उपलब्ध व्यवस्थाओं का विस्तृत मुआयना किया। डॉ. सिडाना ने सीएमएचओ डॉ. श्रीनाथ सिंह एवं सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय में नियमित सफाई, प्रकाश व्यवस्था तथा वातानुकूलन की व्यवस्था दुरूस्त करें। उन्होंने मरीजों के परिजनों के लिए बैठने एवं पीने के पानी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय के संबंधित विभागों के चिकित्सक उपस्थित थे।
सुविधाओं का लिया विस्तृत फीडबैक
कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने जिला चिकित्सालय के अपने निरीक्षण के दौरान सोनोग्राफी कक्ष, महिला वार्ड की व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। इस दौरान उन्हांेने ड्यूटीरत महिला डॉक्टर तथा स्टॉफ से भर्ती महिला मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्हांेने ड्यूटीरत डॉक्टरों से जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के सुझावों पर भी चर्चा की। साथ ही मरीजों एवं उनके परिजनों से भी जिला चिकित्सालय से मिल रही सुविधाओं जैसे- दवाईयां, जरूरी जांच, खानपान आदि के बारे में विस्तार से जाना। उन्होंने एएनसी रजिस्ट्रेशन, जननी एक्सप्रेस, अनमोल पोर्टल, हाईरिस्क प्रेग्नेंसी, मातृ मृत्यु दर सहित विभिन्न बिन्दुओं पर बात करते हुए जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान नवजात बच्चों के स्वास्थ्य की भी जानकारी ली तथा गहन शिशु चिकित्सा युनिट की सुविधाएं भी देखी। उन्होंने शिशु रोग विशेषज्ञों से बच्चों के लिए जरूरी दवाईयां, उपकरण, संक्रमण स्तर, रेफर सिस्टम आदि प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि चिकित्सक नवजात शिशुओं की जान बचाने हरसंभव एवं संवेदनशीलता के साथ कोशिश करें।
डायलिसिस यूनिट को बढ़ाने प्रस्ताव भेजें
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान डायलिसिस यूनिट का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने डायलिसिस के लिए परिजनों से आत्मीय चर्चा करते हुए उनसे ली जाने वाली जरूरी शुल्क, दवाईयां आदि के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि डायलिसिस को विस्तारित करने के लिए शासन स्तर पर प्रस्ताव भेजें। उन्होंने औषधि कक्ष का निरीक्षण करते हुए जरूरी दवाओं की उपलब्धता का परीक्षण भी किया। डॉ. सिडाना ने जिला चिकित्सालय की लैब का निरीक्षण करते हुए लैब में की जाने वाली नियमित जांचों की जानकारी ली। साथ ही सिकलसेल, एनीमिया जैसे टेस्ट के लिए होने वाली जांचों की प्रक्रिया एवं तकनीकि ट्रायल भी समझा। उन्होने सीटी स्केन यूनिट का निरीक्षण करते हुए कहा कि जरूरी शुल्क की जानकारी अनिवार्य रूप से चस्पा करें। किसी से अनावश्यक फीस न लें।
गीताबाई को तत्काल जबलपुर भेजने के निर्देश
जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान गीताबाई ने अपने इलाज से संबंधित समस्या के बारे में कलेक्टर को बताया। डॉ. सिडाना ने डॉक्टरों से गीताबाई के इलाज के लिए जरूरी प्रयासों की जानकारी लेते हुए मौके से ही तत्काल जबलपुर मेडीकल कॉलेज बात की तथा गीताबाई के इलाज की व्यवस्था के निर्देश दिए। डॉ. सिडाना ने जिला चिकित्सालय के संबंधित चिकित्सकों को गीताबाई को जबलपुर भेजने के लिए एम्बूलेंस सहित जरूरी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। साथ ही आगामी दिनों में जिला चिकित्सालय में होने वाले उनके इलाज में संवेदनशीलता के साथ सहयोग करने के निर्देश दिए। इसके पश्चात उन्होंने ब्लडबैंक की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।