मण्डला जिले में पहली बार भारतीय जनता पार्टी से महिला विधायक के रूप में श्रीमति संपतिया उइके निर्वाचित हुईं। मण्डला नगर में दूसरे दिन भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने विजय जूलूस निकाला भारतीय जनता पार्टी कार्यालय से प्रारंभ हुए विजय जुलूस में बड़ी संख्या में विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने अपनी हिस्सेदारी प्रदान करते हुए भारतीय जनता पार्टी के जयघोष के नारों के साथ क्षेत्र के नागरिकों मतदाताओं के प्रति विनम्र भाव से अभार व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्न मनाते हुए ढोल नंगाडे और बैंड के साथ नगर के प्रमुख मार्ग बिंझिया तिराहा, लालीपुर, बस स्टेंड दीनदयाल चौंक, उदय चौक, अंबेडकर चौंक, बुधवारी, पड़ाव में विजय जुलूस निकाला जगह-जगह आतिशबाजी कर मिठाईयां बांटी। नगर में निकले विजय जुलूस में उपस्थित नवनिर्वाचित विधायक श्रीमति संपतिया उइके भाजपा जिलाध्यक्ष श्री भीष्म द्विवेदी, पूर्व विधायक शिवराज शाह शिवा भैया विधानसभा प्रभारी राजेश पाठक, नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा का जगह-जगह सामाजिक संगठनों व्यापारियों ने आत्मीय स्वागत कर जीत की बधाई दी इस अवसर पर श्रीमति संपतिया उइके ने विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदाताओं के प्रति अभार व्यक्त किया। विजय जुलूस में मण्डला नगर सहित विधानसभा क्षेत्र के सभी मण्डलों के कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित थे।
जनता एवं मीडिया के सुझाव से विकास का रोडमेप करेंगे तैयार : संपतिया उइके
भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से हुई अनौपचारिक चर्चा
भारतीय जनता पार्टी की जिले की पहली नवनिर्वाचित महिला विधायक श्रीमति संपतिया उइके के भाजपा कार्यालय में प्रेस से अनौपचारिक चर्चा करते हुए कहा कि मण्डला विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी की जीत का श्रेय भाजपा की पूरी टीम को समर्पित है। आम मतदाता वैचारिक संगठन, सामाजिक संगठन मातृशक्तियों ने पूरी निष्ठा और समर्पण भाव से भारतीय जनता पार्टी का जीत का परचम फहराने में अपना योगदान दिया है उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने जिस आशा और उम्मीद के साथ भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया है। उसको अक्षरशः पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगे। जनता और प्रेस के सुझाव से मण्डला विधानसभा क्षेत्र के विकास का रोड मेप तैयार करेंगे ताकि समय के साथ अधोसंरचना विकास के कार्य पूरे हो सकें। उन्होंने मण्डला प्रेस का सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि समय-समय पर आपके सुझाव से विकास के कार्य करने में हमें मदद मिलेगी। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष भीष्म द्विवेदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रेस की सकारात्मक भूमिका ने चुनाव प्रबंधन में हमें नयी दिशा दी है। प्रेस से चर्चा के दौरान विधानसभा प्रभारी राजेश पाठक, नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, महामंत्री भगवती श्रीधर, जिला मीडिया प्रभारी सुधीर कसार उपस्थित थे।
मण्डला विधानसभा में प्रचण्ड जीत पर भाजपा कार्यालय में मनाया जश्न
भाजपा की जीत पर निकली स्वागत रैली में संपतिया उइके का हुआ भव्य स्वागत

भारतीय जनता पार्टी को मण्डला विधानसभा चुनाव परिणाम में भारी बहुमत से जीत मिलने पर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को शुभकामना और बधाई देते हुए मिठाईयां वितरित कर जश्न मनाया तथा कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की ढोल एवं डीजे में कार्यकर्ताओं ने जमकर नृत्य किया एवं भारतीय जनता पार्टी के जयघोष के नारे लगाये श्रीमति संपतिया उइके के भाजपा कार्यालय आगमन पर उपस्थित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि मण्डला विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी की जीत कार्यकर्ताओं के सामूहिक प्रयास और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के कारण हुई है। श्रीमति संपतिया उइके ने मण्डला विधानसभा की जीत का श्रेय संगठन कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं को समर्पित किया उन्होंने कहा कि मण्डला विधानसभा क्षेत्र की जनता की जनआकांक्षाओं को पूरा करने में हम समर्पित भाव से काम करेंगे। विधायक श्री देवसिंह सैयाम ने देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मण्डला विधानसभा की जनता का आर्शीवाद भाजपा को मिला है क्षेत्र के विकास में हर संभव प्रयास हम मिलकर करेंगे। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया। विधानसभा प्रभारी श्री राजेश पाठक ने जीत के परिणाम के प्रति सभी कार्यकर्ताआेंं को धन्यवाद ज्ञापित किया।
श्रीमति संपतिया उइके का जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत………………
मण्डला विधानसभा क्षेत्र की जीत की खबर लगते ही पूरी विधानसभा क्षेत्र में जश्न का वातावरण बना रहा मतगणना स्थल से लेकर शहर के मुख्य मार्ग पर स्वागत रैली कार्यकर्ताओं ने निकाली इस अवसर पर नगर के अनेक स्थानों पर विधायक श्रीमति संपतिया उइके का स्थानीय नागरिकों मातृशक्तियों व्यापारियों एवं अनेक सामाजिक संगठनों ने उनका भव्य स्वागत किया। मण्डला विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की प्रचण्ड जीत को लेकर क्षेत्र के सभी मण्डलों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने रैली निकालकर भाजपा की जीत का जश्न मनाया।
गोंड कलाकार 4 दिसंबर को अपना पंजीयन कराएं
वन्या जनजातीय कार्य विभाग का उपक्रम को गोंड पेंटिंग के लिये जी.आई. टेग प्रदान किया गया है। अब गोंड पेंटिंग के व्यवसाय उपयोग, क्रय-विक्रय का कार्य केवल पंजीकृत अधिकृत उपयोगकर्ता ही कर सकेंगे। वन्या द्वारा अधिकृत उपयोगकर्ताओं की सूची तैयार करने हेतु गोंड कलाकारों (पेंटिंग) का पंजीयन किया जाना है। इस कार्य हेतु वन्या के प्रतिनिधि 4 दिसंबर 2023 को प्रातः 10 बजे से सायं 3 बजे तक उपस्थित रहेंगे। इच्छुक गोंड कलाकार अपनी बनाई हुई पेंटिंग्स, आधार कार्ड एवं जाति प्रमाण-पत्र लेकर निश्चित समय में नियत स्थान कार्यालय सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग मण्डला में पंजीयन हेतु उपस्थित हो सकते हैं।
बिछिया से नारायण सिंह पट्टा, निवास से चैनसिंह वरकड़े तथा मंडला से संपतिया उईके निर्वाचित
विधानसभा निर्वाचन 2023 की मतगणना संपन्न
विधानसभा आम निर्वाचन-2023 के अंतर्गत जिले की बिछिया, निवास तथा मंडला विधानसभा क्षेत्र के लिए 3 दिसंबर को शासकीय पॉलीटेक्निक परिसर मंडला में मतगणना संपन्न हुई। जिले की तीनों विधानसभा के लिए अलग-अलग चक्रों में मतगणना संपन्न हुई। बिछिया विधानसभा से नारायण सिंह पट्टा, निवास विधानसभा से चैनसिंह वरकड़े तथा मंडला विधानसभा से संपतिया उईके निर्वाचित हुए, जिन्हें संबंधित रिटर्निंग अधिकारी द्वारा विजेता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। मतगणना के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक शाह नवाज चौधरी, ओइनम सरनकुमार सिंह तथा अनुरूद्ध राहा, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना, पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र कुमार सिंह, तीनों विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
किसको कितने वोट मिले :
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिछिया विधानसभा में कुल 5 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में थे, जिनमें से इंडियन नेशनल कांग्रेस के नारायण सिंह पट्टा को 89222, भारतीय जनता पार्टी के डॉ. विजय आनंद मरावी को 78157, गोंड़वाना गणतंत्र पार्टी के इंजी. कमलेश तेकाम को 39115, निर्दलीय विनीत टोप्पो को 1592 तथा निर्दलीय सुनील उईके को 1569 मत प्राप्त हुए। बिछिया विधानसभा में उपरोक्त में से कोई नहीं नोटा को 4420 वोट प्राप्त हुए।
निवास विधानसभा में कुल 5 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में थे, जिनमें से इंडियन नेशनल कांग्रेस के चैनसिंह वरकडे़ को 99644, भारतीय जनता पार्टी के फग्गन सिंह कुलस्ते को 89921, गोंड़वाना गणतंत्र पार्टी के देवेन्द्र मरावी भोई को 19264, क्रांति जनशक्ति पार्टी के मनमोहन सिंह गौठरिया को 2884 तथा निर्दलीय जेनीफर मेरी को 1836 मत प्राप्त हुए। निवास विधानसभा में उपरोक्त में से कोई नहीं नोटा को 4346 वोट प्राप्त हुए।
मंडला विधानसभा में कुल 11 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में थे, जिनमें से इंडियन नेशनल कांग्रेस के डॉ. अशोक मर्सकोले को 97188, बहुजन समाज पार्टी के इंदर सिंह उईके को 3696, भारतीय जनता पार्टी के संपतिया उईके को 113135, गण सुरक्षा पार्टी के श्रीमती कलिया बाई कोकड़िया को 1191, बहुजन मुक्ति पार्टी के मानसिंह कोकड़िया को 315, आजाद समाज पार्टी के शिशु सिंधु भलावी को 461 तथा निर्दलीय उर्मिला सिंह उइके को 869, कमलेश उईके को 403, दीनदयाल कुमरे को 506, सुन्हेर कुशराम को 737 एवं सुरेन्द्र सिंह सिरश्याम को 1142 मत प्राप्त हुए। मंडला विधानसभा में उपरोक्त में से कोई नहीं नोटा को 2892 वोट प्राप्त हुए।
हर वर्ग ने किया अपने मताधिकार का प्रयोग, सुबह से ही मतदान केन्द्रों में थी लम्बी कतारें

युवा, बुजुर्ग तथा दिव्यांग भी पहुँचे वोट देने
17 नवंबर को लोकतंत्र के महा त्यौहार में भाग लेने हर वर्ग उत्साहित दिखा। सुबह 7 बजे से मतदान केन्द्र में वोट देने आए हर वर्ग ने अपनी बारी का इंतजार करते हुए मतदान किया। पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने को लेकर खासे उत्साहित थे। वहीं बुजुर्गों ने अपनी ज़िम्मेदारी की परंपरा का निर्वहन करते हुए लोकतंत्र के उत्सव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। दिव्यांग तथा थर्ड जेंडर ने भी देश के मताधिकार त्यौहार में बढ़-चढ़कर भाग लिया। आयोग के निर्देशानुसार मतदान केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की गई। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना एवं पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने कटरा, तिंदनी, सकरीजर, फूलसागर, लावरमुड़िया, लिंगापौंड़ी, सरस्वती शिशु मंदिर मंडला, माधोपुर, अंजनिया, पीपरपानी, बड़ी खैरी आदि मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया।
युवा मतदाताओं को कलेक्टर ने किया प्रेरित
मतदाताओं को जागरूक करने के लिए स्वीप गतिविधियों के माध्यम से जिला स्तर पर विविध गतिविधियां आयोजित की गई जिसके परिणाम स्वरूप लोकतंत्र में भागीदार बनने युवा मतदाताओं ने 17 नवंबर को मतदान प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक सहभागिता की। विभिन्न मतदान केन्द्रों के भ्रमण के दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना ने पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को बधाई दी। उन्होंने युवा मतदाताओं के अनुरोध पर उनके साथ फोटो भी खिचवाई। कलेक्टर ने मतदान केन्द्र आए मतदाताओं से आव्हान किया कि वे अपने परिवार, पास पड़ोस के लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें।
घर में मतदान का विकल्प छोड़ केन्द्र पहुंचे बुजुर्ग और दिव्यांग भी
भारतीय लोकतंत्र में हर वर्ग के मतदाता का अपना महत्व होता है। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान केन्द्रों में बुजुर्ग तथा दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैम्प, व्हीलचेयर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की गई थी। साथ ही इस वर्ष नवाचार स्वरूप बुजुर्ग तथा दिव्यांग मतदाताओं को उनकी स्वेच्छा के आधार पर घर में ही मतदान करने की सुविधा प्रदान की गई थी। इसके बाद भी अनेक बुजुर्ग एवं दिव्यांगजनों ने अपने-अपने मतदान केन्द्रों में जाकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। बुजुर्ग दंपत्ति अकलसिंह उम्र 88 वर्ष एवं मन्नो बाई उम्र 80 वर्ष ने निवास विधानसभा के सकरीजर मतदान केन्द्र में जाकर अपना मतदान किया। इसी प्रकार दिव्यांग भारत सिंह उरैती उम्र 58 वर्ष ने फूलसागर तथा संपतिया परते उम्र 80 वर्ष ने सकरीजर के मतदान केन्द्र में जाकर अपने मताधिकार का उपयोग किया।
30 इंच लम्बाई के कैलाश ठाकुर ने पहली बार किया मतदान

मंडला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत खड़देवरा निवासी 30 इंच लम्बाई के 18 वर्षीय कैलाश ठाकुर उत्साहपूर्वक मतदान केन्द्र पहुंचकर पहली बार मतदान किया। पहली बार वोट देने की उमंग उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था। कैलाश कहते है कि मैंने अपने जीवन का आज पहला वोट दिया है। मैं बता नहीं सकता कि मुझे कितनी खुशी हो रही। देश के विकास में योगदान देना अपने आप में गौरव की बात है। देश के विकास से ही मेरा और सबका भविष्य जुड़ा है। हम सभी को राष्ट्र के लिए वोट करना चाहिए।
बहुत दिनों से था मतदान दिवस का इंतजार – वैशाली पटेल
पहली बार मतदान करने वाली वैशाली पटेल को बहुत दिनों से मतदान दिवस का इंतजार था। अंजनिया में रहने वाली वैशाली का कहना है कि जिस दिन उसे मतदाता पर्ची मिली थी उसी दिन से वह वोट करने के लिए बहुत उत्साहित थी। आज मतदान करके वह स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है। वैशाली के साथ वोट करने आई रजनी विश्वकर्मा एवं वंशिका प्रजापति ने भी पहली बार मतदान कर लोकतंत्र के महापर्व में अपनी सहभागिता की।
अपने उज्जवल भविष्य के लिए मैने वोट किया- प्रीति साहू
आज लोकतंत्र का महापर्व है। इस त्यौहार में हर कोई अपनी ओर से योगदान देना चाहता है। देश का भविष्य बनाने में युवाओं का बड़ा योगदान है। युवा बढ़-चढ़कर अपने मताधिकार का प्रयोग करके बूथ तक आ रहे हैं। प्रीति कहती है कि पहली बार मतदान करने का अवसर मिला है। मुझे देश पर गर्व है और आज खुद पर भी हो रहा कि मैंने भी अपनी तरफ से देश के लिए कुछ किया और अपना वोट दिया। प्रीति साहू की उक्त बातें देश के विकास में योगदान देने वाले सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का विषय है।
थर्ड जेंडर भी पहुँचे वोट देने

लोकतंत्र के महापर्व में हर वर्ग ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। युवा, बुजुर्ग, दिव्यांगों तथा सभी ने सुबह से अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्साह दिखाया। थर्ड जेंडर वर्ग भी इस महापर्व में भाग लेने आगे आया। मतदान करने आए इस वर्ग ने लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को न केवल समझा बल्कि अपने साथियों के साथ सामूहिक रूप से वोट करने पहुँचे। यह वर्ग संविधान द्वारा दिये गये इस अधिकार के प्रति न केवल जागरूक है बल्कि देश के विकास के लिए अपने कर्तव्य को भी भलीभांति समझता भी है।
कलेक्टर एवं एसपी ने किया मतदान
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना ने 17 नवंबर को ज्ञानदीप स्कूल में बनाए गए आदर्श मतदान केन्द्र में पहुंचकर मतदान किया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने आम मतदाताओं की भांति मतदान केंद्र में लाइन में लगकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। साथ ही मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में मतदान अवश्य करें। इस मौके पर केंद्र में मतदान के लिए पहुंचे मतदाताओं से संवाद भी किया। सेल्फी स्टैंड पर फोटो भी खिंचवाई।
पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने पुलिस लाईन के मतदान केंद्र पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान उन्होंने मतदान केन्द्र में सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया तथा ज़रूरी निर्देश दिए। उन्होने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के उपरांत ज़िलेवासियों से लोकतंत्र के उत्सव में सहभागिता की अपील भी की। इसी प्रकार ज्ञानदीप स्कूल के मतदान केन्द्र में सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कूमट ने सपत्निक मतदान किया।

दशहरा में खिलाड़ियो ने की अनोखी शस्त्र पूजा : सेव स्टेडियम ग्रुप

आम तौर पर दशहरे में सिर्फ बंदूक तमंचे, तलवार त्रिशूल लाठी डंडो की पूजा की जाती है जिसे आपने आज तक खूब देखा होगा लेकिन आज हम आपको मंडला जिले में विजयदशी के इस पर्व पर अनोखी शस्त्र पूजा के बारे में बताते है यहां शस्त्र के रूप में मंडला जिले के महात्मा गांधी स्टेडियम में खिलाड़ियो ने अपने-अपने खेल में प्रयोग आने वाले सामग्रियो को अस्त्र मानते हुए उनकी पूजा की है.इस पूजा के बीच खिलाड़ियो का लोगो के लिए एक बड़ा संदेश छिपा हुआ है. दरअसल विजय दशमी यानी दशहरा बहुत ही खास होती है . इस दिन हिंदू अपने अस्त्र-शस्त्र की पूजा पूरे विधि विधान से करते हैं.ऐसा माना जाता है कि विजयादशमी यानी दशहरा पर शस्त्र पूजा करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है.इसी मान्यता के आधार पर हिन्दु धर्म के लोग अपने-अपने अस्त्र और शस्त्रो की पूजा करते है.लेकिन ये जरूरी नहीं कि दशहरे में बंदूक, तमंचे या फिर तीर, तलवारों की ही पूजा की जाए.ऐसा ही कुछ अलग हमें देखने को मिला मण्डला जिले के महात्मा गांधी स्टेडियम में जहां खिलाड़ियो के लिए खेल उपकरण और मैदान कितना अहम है.जिले के सभी खिलाड़ियों ने एक साथ एकत्रित होकर अपने अपने खेल उपकरण और मैदान की दशहरे के अवसर पर शस्त्र पूजा की तर्ज पर पूरी श्रद्धा के साथ आराधना की.
यहां खिलाड़ियों ने पूरी श्रद्धा-भक्ति के साथ अपने ग्राउंड और खेल में उपयोग आने वाली जैसे क्रिकेट के खिलाड़ियो ने अपने बल्ले, बॉल, फुटबाल खेलने वाले ने अपने फूटबाल और जूते, पहलवानो ने अपने गदा, बैंडमिटन प्लेयर ने अपने बैडमिटन की और बुशू के खिलाड़ियो ने अपने किट की पूजा की. इसके साथ ही जिले के अन्य खिलाड़ियो ने भी अपने-अपने खेल सामग्रियो की पूजा कर मां शक्ति से दुआ मांगी कि खेल प्रतिभाएं मंडला जिले से आगे बढ़े और किसी सितारे की भांति देश और दुनिया में हम चमके. किक्रेट खेलने वाले क्रिकेट खिलाड़ी सत्यम बर्मन ने बताया कि इस दिन सभी अपने-अपने अस्त्र और शस्त्र की पूजा करते है और हमारा अस्त्र हमारा बल्ला और बॉल है जिसकी हमने पूजा की है इस अवसर पर नेशनल वुशू चैंपियन और गोल्ड मेडल प्राप्त पूर्णिमा रजक ने बताया कि इस तरह का आयोजन सिर्फ मंडला में ही होता है. और इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ी एक साथ इकट्ठा होकर पूरी एकता के साथ खेल भावना का परिचय देते हुए अपने खेल उपकरणों की पूजा करते हैं. सयोजक समीर बाजपेयी के मुताबिक हमने सभी खिलाड़िओ में आपस में खेल भावना बढ़ाने के लिए इस पूजन की शुरूआत की थी.इसी को लेकर हमने यह पूजन शुरू किया. जिसे आज 5 वर्ष पूर्ण हो चुके है . इसका सिर्फ एक ही उद्देश्य था.बच्चो में खेल भावना बनी रहे.आपस में परिचय हो अलग-अलग क्षेत्र के बच्चे अलग-अलग आयोजन में हिस्सा ले…और जिले का नाम प्रदेश ही नही बल्कि पूरी दुनिया में कायम करे.इस अनोखी शस्त्र पूजा की पूरे शहर भर में जमकर तारीफ हो रही है.इन खिलाडियों का लोगों को यही संदेश है कि आपकी पहचान में जिस चीज का योगदान है….हमेशा उसकी इज्जत और सम्मान किया जाना चाहिए.

माता की आराधना : गरबा नृत्य
थीम के आधार पर आयोजन के लिए खोडाल रास गरबा नृत्य बना आकर्षण का केंद्र

हर उम्र के प्रतिभागियों ने आयोजन में शामिल होकर दी शानदार प्रस्तुति
नवरात्रि में महिलाओं और बालिकाओं में गरबा डांस को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है,गरबा और डांडिया के गीतों के साथ कदम थिरक रहे हैं और हर चेहरे पर खुशी का रंग नजर आ रहा है इसी तारतम्य में स्थानीय सुभाष वार्ड में प्रति वर्ष की भांति खोडाल रास गरबा परिवार के द्वारा निःशुल्क गरबा उत्सव का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है जिसको लेकर लगभग दस दिन पहले से ही डांस के स्टेप और ड्रेस कोड के लिए मां खोडियार दरबार समिति की ओर से महक सीरवानी, प्रिया क्षत्री,नैना भाटिया, जया क्षत्री एवं तमन्ना क्षत्री ने विशेष रूपरेखा तैयारी की है, इसमें पहले दिन हरियाणवी ड्रेस कोड,दूसरे दिन सफेद ड्रेस कोड के साथ बांधनी ओढ़नी,तीसरे दिन केरेक्टर फैन्सी ड्रेस कोड,चौथे दिन गुजराती वेश भूषा चनिया चोली के साथ आयोजित किया गया है। पहले दिन गरबा नृत्य में माता की वंदना गीतों के साथ शुरूआत की गई, नन्ही बालिकाओं ने माता का वेलकम किया और डांडिया नृत्य से स्तुति आराधना की,इसके साथ ही पुष्प वर्षा करते हुए आयोजन की शोभा बढ़ाई, आयोजन में बङी संख्या में स्थानीय जन शामिल हुए ।

मीडिया टुडे के लिए रितेश पमनानी की रिपोर्ट
रक्तबीज की झांकी देखने उमड़ा जनसैलाब
बड़ी खैरी श्री सिद्ध दुर्गाउत्सव समिति का पंडाल बना जनमानस के लिए आकर्षण का केन्द्र


मंडला. नगर में शारदीय नवरात्र का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। गुरूवार को पंचमी के पर्व पर मंदिरों पंडालो में जमकर भक्तों की भीड़ दिखाई, लेकिन मण्डला मुख्यालय के श्री सिद्ध दुर्गोत्सव बड़ी खैरी के पंडाल में प्राचीन देवी देवताओं के रक्तबीच की झांकी को देखने भक्तो का जनसैलाब उमड़ता दिखाई दिया। वृदांवन से पधारे भागवताचार्य परम श्रद्धेय प्रियांश कृष्ण शास्त्री महाराज ने रक्तबीच की झांकी का महत्व बताते हुए कहा कि जब जब इस संसार में धर्म की हानि हुई है, तब-तब प्रभु का अवतार हुआ है। राक्षसों दुष्टों का अंत करने हेतू प्रभु का अवतार हुआ है। उसी प्रकार मां जगत जननी ने रक्तबीज नामक महान पापी दो असुरो का वध किया है। इस चलित झांकी दिखाने का उद्देश्य है कि नए-नए युवा व नई पीढ़ी इस आकृर्षित झांकी को देखे और समझे, कि आखिर हमारा धर्म क्या है, हमारी धार्मिक सनातन देवी देवीओं ने किस तरह असुरो का विनाश किया है। यह सभी सीख नई पीड़ी को देना है। कार्यकारणी अध्यक्ष नीतेश पटैल ने बताया कि सनातन धर्म को जागरूक करने झांकी को तैयार किया गया है। इस झांकी में दिखाया गया है कि प्राचीन देवी देवताओं के कार्य जैसे रक्तबीज का वध, हनुमान जी की चलित झांकी जिसमें सुरसा नामक राक्षस के साथ युद्ध आदि सैटेलाईट साउण्ड के माध्यम से एवं मां दुर्गा जी का अलौकिक दर्शन वह भी अनेकों लाईट ,साउंड , शंख , नगाड़े,ढोल व शहनाई विभिन्न वाद्ययंत्र युक्त आवाज से दिखाया जा रहा है।

वृदांवन से आए महाराज कर रहे रोजाना चंडी पाठ : श्री सिद्ध दुर्गात्सव समिति के पदाधिकारियों ने शारदेय नवरात्र पर्व में माता रानी की विधि विधान से पूजन अर्चन सम्पन्न कराने को लेकर भागवताचार्य परम श्रद्धेय प्रियांश कृष्ण शास्त्री महाराज जी को वृदांवन से बुलाया गया है। वे प्रतिदिन यहां सुबह चंडी पाठ कराते है एवं विधि विधान से मां जगत जननी की पूचन अर्चन कराते हैं। रात्रि के समय भक्तो के बीच में देवी माता की महिमा भी अपने मुखाविंद से भक्तों को बताते है।

अनोखे तरीके से निकाली जाएगी भव्य शोभायात्रा : श्रीसिद्ध दुर्गात्सव समिति के सदस्य एवं मण्डला जिले के प्रतिष्ठित व्यापारी बॉबी रावत ने बताया कि मां जगत जननी की शोभायात्रा विशाल तरीके से निकाली जाएगी। यहां महाराष्ट्र का फेमस ढोल 40 कलाकारों के साथ, आकर्षक साउंड और लाइट सहित छत्तीसगढ़ के पुरस्कार प्राप्त आदिवासी कि कलाकारों द्वारा 108 बाना छेदन दल का चल समारोह , हरियाणा के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा भव्य तांडव नृत्य, उत्तर प्रदेश के कलाकारों द्वारा सजीव श्री हनुमत एवं माता जी की सुंदर झांकी ब्रास बैंड अनेक कलाकारों के साथ होगा।
1000 वर्षों से विराजमान माँ बड़ी खेरमाई : पंडित नरेश


आदिकाल से हमारे देश में मातृशक्ति की उपासना अत्यन्त श्रद्धा,विश्वास एवं अगाध आस्था के साथ की जा रही है । जबलपुर नगर के हृदय स्थल भानतलैया में प्रस्थापित माँ बड़ी खेरमाई मंदिर जिले का प्राचीनतम पूज्यनीय व अत्यन्त पावन स्थल है ।
यहाँ अतुल्यनीय श्रद्धा एवं भक्ति का समर्पण भाव,जीवन्त अवस्था में परीलक्षित होता है । नवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर मातृ उपासना अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँच जाती है।
चैत्र मास की बासंतीय नवरात्रि,अश्विन मास की शारदीय नवरात्रि में माता के उपासक यहाँ असंख्य रूप में दर्शनार्थ आते हैं । माघ एवं आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि में भी साधक यहाँ विशेष उपासना कर सिद्धियाँ अर्जित करते हैं। इन चारों नवरात्र पर्व पर साधक की अल्प उपासना मात्र से ही उनकी मनोकामना फलित हो जाती है । माँ की स्तुति में स्वयं देवों के देव महादेव ने कहा है ~
“देवित्वम भक्त सुलभे सर्वकार्यविधायनी।
कलौहि कार्य सिद्धमर्थ भूषायम ब्र्रूहि यत्न्नह ।।
असीम श्रद्धा भक्ति एवं आस्था से ओतप्रोत उपासकों के ह्रदय में यह विश्वास जीवन्त अवस्था मे विद्यमान रह्ता है कि ~
“येस्तु भक्त्या स्मृते नूनम तेषां वृद्धि प्रजायते।
ते त्वाम् स्मरन्ति रक्षते तान्न संशयह।।”
बड़ीखेर माई जी के साथ ही नगर मे नवरात्रि पर्वों पर छोटी खैरमाई (ओमती ),बूढी खेरमाई (चार खंबा ), खेरमाई ( राईट टाउन स्टेडियम) एवं अनेकानेक अनगिनत माँ देवी स्थलों पर दूर-दूर तक माता के जयकारॉं तथा शंख एवं घड़ियालों की कर्ण प्रिय ध्वनि से वायुमंडल गुंजित रहता है।
लगभग 1000 वर्ष से माता बड़ी खेरमाई यहाँ विराजमान रहकर कृपा वर्षा कर रही हैं । जब जबलपुर नगर एक ग्राम था,तब माताजी ग्राम देवी के रूप में पूजित थी। मन्दिर में स्थापित मुर्ति के नीचे गर्भ गृह में शिला के रूप में माता अपने तात्कालिक मूल स्वरूप में अपनी अलौकिक एवं जनकल्याणकारी शक्ति के रूप में विद्यमान है। यह अलौकिक एवम् चमत्कारी शिला ” शाक्त एवं शैव संप्रदाय” के अनुयायियों के लिए एक सशक्त सिद्ध स्थल था । आज यह संपूर्ण सनातन धर्मावलंबियों की आस्था व विश्वास का सर्वोत्कृष्ट केंद्र है। माता खेरमाई की नयनाभिराम मुर्ति की बाईं ओर संकट मोचन दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज तथा दाहिनी ओर तांत्रिक शक्ति के प्रतीक “शिव रुद्र भैरव बाबा” जी की प्रस्तर मुर्ति है ।
मंदिर के प्रदक्षिणा स्थल में सन 1993 में ट्रस्ट द्वारा नव शक्तियो ~ माँ शैलपुत्री,ब्रह्मचारीणी,चंद्रघंटा,कुष्मांडा,स्कंदमाता,कात्यायनी,कालरात्रि, महागौरी एवं सिद्धिदात्री की धवल संगमरमरी देवी प्रतिमाएँ स्थापित की है । मन्दिर की प्रदक्षिणा करते हुए भक्तगण श्रद्धा-भाव से माता के इन नौ रूपों का दर्शन कर अपनी पूजन विधि को संपूर्णता प्रदान करते हैं । यह दैवीय शक्तियाँ साधकों की मनोकामना पूर्ति कर बुद्धि शक्ति तथा ऐश्वर्य प्रदान करती है । 12 माह /365 दिन माता का दरबार भक्तों से भरा रह्ता है किन्तु नवरात्री की पंचमी से नवमी तक विशेष पूजा-अर्चना एवम् महाआरती होती है । लम्बी लम्बी कतारों में देर रात्रि से भक्तों द्वारा जल धारण की प्रक्रिया की जाती है। व्यवस्था हेतु जिला पुलिस द्वारा मन्दिर प्रांगण मे अस्थाई थाना संचालित किया जाता है।
दुर्गा सप्तशती में अर्थ,धर्म,काम, मोक्ष प्रदान करने वाले ” 700 सिद्ध मंत्र श्लोक” हैं व माता के शौर्य वर्णन, उपासना,वंदना,वैभव के तेरह कल्याणकारी अध्याय भी है , इनका सम्पुर्ण पाठ ( चंडी पाठ ) भी नियमित रुप से मन्दिर मे किया जाता है ।
गर्भ गृह के समक्ष एक बड़ा कक्ष है जिसमें हवन पूजन,यज्ञ व वैवाहिक कार्यक्रमों की निरंतरता बनी रहती है। इसके निकट ही नवीन यज्ञशाला भी निर्मित हो चुकी है । मन्दिर परकोटा के दाहिने भाग में दुल्हा देव एवं बाएं भाग में ओरछा राज के पूर्व दीवान हरदौल जी की मूर्ति स्थापित है। इन दोनों मूर्तियों हेतु मंदिर निर्माण भी ट्रस्ट की योजना अंतर्गत है । मुख्य मंदिर के अलावा चारों ओर 23 प्राचीन मंदिरों की श्रंखला है । इसमें प्रमुख रुप से सिद्धि दाता गणेश,संकट मोचन हनुमान, बंजारी माता, काली माई,भैरव,सिंह वाहिनी दुर्गा,चौसठ योगिनी मंदिर सम्मिलित है। श्री राम-सीता व श्री राधा-कृष्ण की मनोहारी मूर्तियों के सुंदर मंदिरों का भी निर्माण परिसर में हो चुका है ।
मंदिर प्रांगण में सैकड़ो वर्ष प्राचीन सिद्धि दाता पीपल वृक्ष है, जिसकी परिक्रमा मनवांछित फल प्रदान करती है । मन्दिर परिसर में प्रचीन तीन बावलियाँ जलपूर्ति का साधन हैं व लगभग 100 वर्ष पूर्व निर्मित एक अखाड़ा भी है । मंदिर प्रांगण में प्रवेश हेतु तीन प्रवेश द्वार हैं। इन द्वारों से नगर व प्रान्त के दूर-दराज नगरीय एवं ग्रमीण क्षेत्रों के धर्म परायण भक्तजन ” दंड भरते, लोटते, बाजे-गाजे के साथ नाचते-गाते” मंदिर मे आते हैं । भक्त जनों द्वारा माता की जय जयकार के उदघोष से तथा लोकगीतों से उत्पन्न कर्णप्रिय ध्वनि से मंदिर प्रांगण सदैव गुंजायमान रहता है । यहाँ शक्ति के तीनों रूपों महाकाली,महालक्ष्मी,महा सरस्वती की उपासना की जाती है~ ” महाविद्या,महावाणी भारती वाक सरस्वती।”
आर्या बृहम्णी काम धेनुरवेद गर्भा वधीश्वरी ।।
25 वर्षों तक बेलबाग, कोतवाली,लॉर्डगंज,घमापुर के निरीक्षक थाना प्रभारी व उप पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना के दायित्व का निर्वाह करते हुए मुझे नवरात्रि पर्व एवं उसके उपरांत भव्य जवारा चल समारोहों के साक्षी होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जवारा चल समारोह में महिलाएं भाव खेलते हुए चलती हैं,अनेक साधक गले, कण्ठ, छाती, जिव्हा,कर्ण,नासिका व दोनों हाथ की बाजूओं में बाना भेदे भाव खेलते अपनी कठोर साधना का प्रदर्शन करते हैं। चल समारोह के यह दृश्य अत्यंत भावविव्हल करते हुए श्रद्धा का पवित्र वातावरण निर्मित करते हैं ।
शासकीय अभिलेख वर्ष 1921-24 के अनुसार विगत 102 वर्षों से खैरमाई मंदिर मंदिर ट्रस्ट की देखरेख में है। वर्तमान मे मंदिर के विकास कार्य निरंतर प्रगति पर है । संगमरमर की शिल्प कला में दक्ष जयपुर के शिल्पियों द्वारा मंदिर को विकसित एवं सुंदर मनोहरी रूप प्रदान किया गया है । बड़ी खेरमाई मंदिर का महाकौशल क्षेत्र के सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में महत्वपूर्ण एवं अग्रणी स्थान है । इसका श्रेय अनेकानेक श्रद्धालुओं सक्रिय भक्तों, ट्रस्ट के पदाधिकारी को जाता है । विकास के इस महान कार्य में देवी उपासक भक्तजनों का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है । स्व.पं.आदर्श मुनी त्रिवेदी एवं स्व.प्रोफेसर पं.दीनानाथ मिश्रा इस पवित्र कार्य हेतु सदैव स्मरणीय रहेंगे । वर्तमान अध्यक्ष श्री शरद अग्रवाल भी निरंतर सेवा भाव से विकास हेतु संकल्पित हैं व साधुवाद के पात्र हैं ।
मारकंडे एवम् हरिवंश पुराण में शक्ति की प्रतीक माता ने स्वयं कहा है~ ” मैं स्वयं समस्त जगत की ईश्वरी हूँ । मैं ही धन की दात्री हूँ। उपास्य तत्वों में मैं श्रेष्ठ हुँ। मैं ही एकमात्र उपास्य हूँ“।
माँ के दरबार में भक्तजनों की सदैव यही प्रार्थना रहती है~
” देही सौभाग्य,आरोग्यं देही में परम सुखम ।
रूपम देही,जयम देही, यशो देहि,द्विषो जहि।।”
मां मुझे सौभाग्य व आरोग्य दो, परम सुख दो,रूप दो,जय दो,यश दो एवं मुझे काम क्रोध आदि मनोविकारों से मुक्ति दो। प्रार्थना से भक्तों को मन वांछित फल प्राप्त होते हैं।
( वांछित माहिती विभिन्न स्त्रोतों से साभार संकलित )
” जय माँ दुर्गा,जय माँ तारा ~ दयामयी कल्याण करो“।
पं.नरेश शर्मा,राज्य पुलिस सेवा से.नि.नगर पुलिस अधीक्षक
जबलपुर ( म.प्र.)